अपने हिसाब से दवा लेना खतरनाक हो सकता है

कितनी बार आप सिरदर्द या परेशान करने वाली ठंड से छुटकारा पाने के लिए दवा की गोलियां खाई होगी? हम अकसर छोटे लक्षणों से

[the_ad id=”6085″]राहत पाने के लिए ओटीसी ड्रग्स पर भरोसा करते हैं, लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉक्टर की प्रेसक्रिप्शन के बिना गोलियाँ खाने के गंभीर नतीजे हो सकते हैं। 

आम तौर पर, सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी, बुखार, खाँसी और सिरदर्द के लिए हम डॉक्टर से सलाह लिए बिना दवाएँ लेते हैं। फार्मेसी भी कफ का उपचार, दर्द निवारक, एंटी-एलर्जी, एंटीबायोटिक दवाओं, लैक्सेटिव, एंटासिड और विटामिन ओवर-द-काउंटर कई दवाएँ बेच रहीं हैं।

लेकिन मामूली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी सेल्फ मेडिकेशन चिकित्सा जटिलताओं का कारण बन सकता है। यह एलर्जी और लत पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए, विटामिन का अत्यधिक उपयोग हाइपरविटामिनोसिस या विटामिन विषाक्तता पैदा कर सकता है। किसी प्रेसक्रिप्शन के बिना एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक सेवन से एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस होता है। यहां अपने हिसाब से दवाएँ लेने के कुछ और खतरे हैं जिसके बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है:

बीमारी का गलत अंदाज़ लगाना 

एक छोटा सा स्वास्थ्य मुद्दा आसानी से डॉक्टर की सलाह से सुलझाया जा सकता है, लेकिन सेल्फ-मेडिकेशन इसे समय के साथ एक बड़ी समस्या बना सकता है। दवाओं का सेवन करने से लक्षण अस्थायी रूप से कम हो सकते हैं लेकिन यह डॉक्टर को बीमारी के बारे में पता लगाने में कठिनाई करता है जिससे उसका इलाज भी मुश्किल हो जाता है।

आपको आदत पड़ जाती है 

ऐन्टासिड, कफ सिरप और दर्द निवारक जैसी दवाओं का ज़्यादा सेवन आपके सिस्टम को ओटीसी दवा का आदी बना सकता है। एक बार ऐसा होने के बाद, आपका बॉडी सिस्टम इन दवाइयों के खिलाफ प्रतिरोध विकसित करता है।

एलर्जिक प्रतिक्रिया

कुछ एंटीबायोटिक जैसे पेनिसिलिन या सल्फा दवाएँ कुछ लोगों में गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। प्रतिक्रियाएं घातक हो सकती हैं। तो अपने डॉक्टर से परामर्श लिए बिना दवा लेना काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

गलत खुराक

दवाओं की कितनी खुराक आपकी बीमारी का इलाज करेगी? अपर्याप्त खुराक रिकवरी का समय बढ़ाती है और अधिक खुराक लीवर, किडनी और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाओं का अंधाधुंध इस्तेमाल करने से भविष्य में एंटीबायोटिक लिए जाने पर उसका असर नाकाम हो सकता है।

स्ट्रोक के खतरे 

सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में दर्द निवारक दवाएँ हैं। दर्दनाशक (एनाल्जेसिक) से गैस्ट्रिटिस हो सकता हैं और उच्च रक्तचाप वाले लोगों में स्ट्रोक का खतरा भी चार गुना बढ़ा सकता है।

दवाओं का पारस्परिक प्रभाव

कुछ हर्बल दवाएँ हैं जो दवाओं में आपस में संपर्क कर सकती हैं और आपके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान खतरे

स्वयं की देखभाल के अन्य पहलुओं के विपरीत, सेल्फ-मेडिकेशन में लाभकारी या हानिकारक होने की क्षमता होती है। गर्भवती महिलाओं में, यह न जन्मे बच्चों में बर्थ डिफेक्ट और कंजेनिटल अव्यवस्था से प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है। दवाइयों का अनुचित उपयोग बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है।

तो यह स्पष्ट है, कैसे सेल्फ-मेडिकेशन आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है! यह चीज़ें हमें न केवल खतरों के बारे में शिक्षित करती है बल्कि डॉक्टरों के महत्व को भी समझाती है। डॉक्टर मेडिसिन का अभ्यास करते हैं, जो बीमारी के अध्ययन, निदान और उपचार के माध्यम से स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और पुनर्स्थापना से संबंधित है।

 

 

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