जब एक महिला के स्तन में दूध बनने लगता है, या जब एक माँ अपने बच्चे को दूध पिलाती है , उस समय को स्तनपान (लैक्टेशन) कहते हैं |
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निपल्स में दर्द
स्तनपान कराने वाली महिलाओं की सबसे आम समस्या है उनके निप्पल में दर्द होना | स्तनपान के शुरुआती दिनों और हफ्तों में निप्पल में दर्द रहता है, ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि स्तनपान के समय नवजात ठीक प्रकार से निप्पल से दूध नहीं पी रहा है |
दूध का बनना
पहले बच्चे के समय दूध पिलाना या उससे जुड़ी बातों का ज्ञान आमतौर पर महिलाओं को नहीं होता| डिलीवरी के बाद से ही बच्चे को दूध पिलाना सबसे सही समय है ,खासखर कि तब जब आपका बच्चा उठा हुआ हो | डिलीवरी के तुरंत बाद आपके शरीर में दूध बनना शुरू नहीं होता, बल्कि गाढ़ा पीले रंग का पदार्थ होता है जिसे कोलोस्ट्रम कहते हैं | कोलोस्ट्रम नवजात शिशु के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है , इसे अपने बच्चे को ज़रूर पिलाए |
दफ़्तर और स्तनपान
दफ़्तर जाने के साथ साथ आप अपने बच्चे को स्तनपान भी करा सकती हैं | ध्यान रखें की दूध ताज़ा रहे | कमरे के तापमान में रखा दूध भी बच्चे को पिलाया जा सकता है | यदि आप अपना दूध हफ्ते भर के लिए निकाल कर रख रही हैं, तो याद रखें की उसे फ़्रीडगेमी रख कर जाए और या तो उसे फ़्रिजर में रख दें ताकि दूध लम्बे समय तक ताज़ा रहे |
लैक्टेशन एक्सपर्ट से सीखिए
आप चाहें तो लैक्टेशन एक्सपर्ट से भी सीख सकती हैं | लैक्टेशन एक्सपर्ट आपको बच्चे को दूध पिलाना सिखाएगीं | बच्चे के मुँह को निप्पल पर ठीक से लगाना, स्तनपान के समय दर्द, दूध का कम बनना आदि जैसी समस्याओं के लिए आप लैक्टेशन एक्सपर्ट से बात कर सकती हैं | लैक्टेशन एक्सपर्ट बच्चे की ठीक प्रकार से बढ़ने में भी आपकी सहायता कर सकते हैं |
नवजात शिशु के दांत निकलना और काटना
लैक्टेशन एक्सपर्ट आपको यह भी बताते हैं कि स्तनपान के समय बच्चों का व्यवहार कैसा होता है , जैसे कि- बच्चों के दांत निकलना और उनका काटना | नवजात शिशु स्तनपान के समय अक्सर सो जाते हैं और यदि बच्चा थोड़ा बड़ा हो गया है तो शायद उसका ध्यान खेल खुद में भी बना रहे | अगर आपके बच्चे को बुखार या कान में इन्फेक्शन है तो उसे दूध पीने में परेशानी होगी |
नवजात शिशु का पहला आहार
एक दूध पीते बच्चे को दूध के अलावा अन्य खाद्य पदार्थ खिलाने के सिलसिले को ‘वीनिंग’ कहते हैं | लेकिन वीनिंग की भी एक सही उम्र होती है, और उसमें बच्चे को क्या खिलाना है यह भी जानना ज़रूरी है | ऐसी जानकारी के लिए आप लैक्टेशन एक्सपर्ट की भी सलाह ले सकती हैं |
आपके स्वास्थ्य के लिए सदा आपके साथ !
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