पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में से आपके लिए क्या है बेहतर?

सेनेटरी पैड्स कितने सुरक्षित हैं?

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सेनेटरी पैड्स कितने सुरक्षित हैं और कितने नहीं, ये बात आप सेनेटरी पैड्स के फायदे और नुकसान जानने के बाद समझ सकते हैं :

सेनेटरी पैड्स के फायदे

  • सेनेटरी पैड्स पैंटी में चिपकाने के कारण वह अपने जगह से हिलते नहीं हैं और आप आराम से कहीं भी आ और जा सकती हैं।
  • हैवी पीरियड्स में सेनेटरी पैड्स टैम्पून और कप की तुलना में ज्यादा देर तक चलता है।
  • सेनेटरी पैड्स के कई सारे विकल्प बाजार में उपलब्ध हैं।
  • आप सेनेटरी पैड्स को रात में पहन के सो भी सकती हैं।
  • सेनेटरी पैड को वजायना में अंदर डालने की जरूरत नहीं है, जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है।

सेनेटरी पैड्स के नुकसान

  • सेनेटरी पैड बहुत पतले होते हैं और अगर वे अच्छे क्वालिटी के नहीं हैं तो लिकेज का डर रहता है।
  • सेनेटरी पैड पहन कर आप स्वीमिंग नहीं कर सकते हैं।
  • सेनेटरी पैड पर्यावरण में डिस्पोज करने पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
  • सेनेटरी पैड चलने-फिरने के दौरान सिकुड़ जाता है, जिससे अंडरगारमेंट खराब हो सकता है।
  • सेनेटरी पैड्स के इस्तेमाल से रैशेज की भी समस्या हो जाती है। पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में पैड्स से अक्सर रैशेज हो जाते हैं, लेकिन टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप से रैशेज नहीं होते हैं।

टैम्पून का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है? 

पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में से टैम्पून का इस्तेमाल उसके फायदे और नुकसान के आधार पर सुरक्षित माना जाता है :

टैम्पून के फायदे

  • टैम्पून आकार में छोटा होने के कारण आपके पॉकेट में आ जाता है या मुट्ठी में टैम्पून रखा जा सकता है।
  • टैम्पून पहन कर आप स्वीमिंग कर सकते हैं। स्वीमिंग सूट में टैम्पून दिखाई नहीं देता है।
  • अगर टैम्पून सही तरीके से लगा है तो आपको महसूस भी नहीं होगा।

टैम्पून के नुकसान

  • टैम्पून के इस्तेमाल से टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (TSS) होने का रिस्क रहता है। इसमें कुछ बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण जान जाने जैसे जोखिम भी होते हैं।
  • टैम्पून को वजायना में डालने में समस्या हो सकती है। अगर टैम्पून गलत इंसर्ट हुआ तो लिकेज का रिस्क बहुत बढ़ जाता है।
  • टैम्पून के कारण वजायना में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा वजायना में खुजली या जलन की समस्या हो सकती है। जबकि पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में से पैड्स और मेंस्ट्रुअल कप से ये जोखिम कम होता है।

मेंस्ट्रुअल कप के फायदे

  • पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में से मेंस्ट्रुअल कप या मासिक कप को डिस्पोज नहीं करना पड़ता है तो इस तरह से ये इकोफ्रेंडली है।
  • इससे ब्लड के लिकेज होने की संभावना काफी कम होती है।
  • आप मेंस्ट्रुअल कप को 12 घंटे तक इस्तेमाल कर सकती हैं।

मेंस्ट्रुअल कप के नुकसान

  • मेंस्ट्रुअल कप को वजायना से निकालने के लिए उंगलियों का इस्तेमाल करना पड़ता है। इसके बाद कप में जमा हुए ब्लड को डंप करना पड़ता है। जो थोड़ा झंझट वाला काम लगता है।
  • मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल के बाद गर्म पानी में उबालना पड़ता है, ताकि वह बैक्टीरिया से मुक्त हो जाए।
  • अगर आपको फाइब्रॉइड है तो मेंस्ट्रुअल कप को वजायना में फिट करने की समस्या होती है।

हैलो स्वास्थ्य पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप को लेकर किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है। अगर आपके पास इससे संबंधित सवाल हैं तो एक बार डॉक्टर से जरूर परामर्श करें। इसके अलावा किसी भी महिला को पैड्स टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में से क्या इस्तेमाल करता है ये उनकी सहूलियत पर निर्भर करता है।

 

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