यह दिल का मामला है

जब दिल की समस्याओं पर बात होती है तो कॉलेस्ट्रॉल के बारे में हमे बहुत कुछ पढने को मिलता है, पर ज़रूरी है ये जानना की कोलेस्ट्रॉल

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आखिर है क्या? कोलेस्ट्रोल दो तरह का होता है –

वो जिसके लिए आपको सलाह दी जाती है कि उसे कम करलें ताकि आपको दिल की परेशान ना हो, वो होता है बुरा कोलेस्ट्रोल (वीएलडीएल और एलडीएल ) जिसकी आपको बहुत कम जरुरत होती है और इसका काम होता है कोलेस्ट्रोल को कोशिकाओं की बाहरी सीमा तक और खून की नालिओं तक पहुँचाना |  

अगर इस तरह के कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ जाता है तो यह आपके लिए परेशानी का कारण बनता है क्योंकि यह धमनियों में वसा को जमाने लगता है और कोरोनरी जो दिल की और जाने वाली वाहिका है तथा अट्रीटस जो दिमाग की और जाने वाली वाहिका है उनमे भी वसा के जमाव को बढ़ावा देती है जिसकी वजह से धमिनिया जो है वो संकुचित हो जाती है |

धमनियों के संकुचन की वजह से रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन होती है, जबकि अच्छा कोलेस्ट्रोल है वो जो आपके हृदय से जुडी किसी भी तरह की बीमारी से आपकी रक्षा करता है, क्योंकि यह धमनियों से जमे हुए कॉलेस्ट्रॉल को निकाल देता है और इसे वापिस लिवर में भेज देता है |

कोलेस्ट्रोल उतपन्न प्रक्रिया –

शरीर का हिसाब बड़ा सीधा सा है इसे जो चाहिए वो यह समुचित मात्रा में खुद बना लेता है और इसे बनाने के लिए हमारे द्वारा ग्रहण किया जाने वाला भोजन इसका मुख्य स्त्रोत होता है आपके शरीर में लिवर और आंत जो है वो इसे बनाने में मदद करती है | कोलेस्ट्रोल की बहुत काम मात्रा की हमे दैनिक शरीर के कार्यों के लिए पर्याप्त होती है जो आपको मेवल 300mg वसा से ही प्राप्त हो जाती है ऐसे में अगर आप कम वसा युक्त भोजन करते है तो भी आपको रोज की जरुरत के योग्य कोलेस्ट्रोल तो प्राप्त हो ही जाता है |

ऐसे में आप अपने खाने पर नियंत्रण रखकर कोलेस्ट्रोल पर भी नियंत्रण रख सकते है | ऐसे में आपको फास्ट फूड और बाकि सारी दूसरी चीजो को जो अत्यधिक वसा युक्त होती है उन्हें छोड़कर साग सब्जी और फलों और बेहतर डाइट के जरिये अपनी केलोरीज को संतुलित रखना चाहिए |

तो ये थी कुछ जानकारी कोलेस्ट्रोल के बारे में. पर हर व्यक्ति के दैनिक जीवन के हिसाब से उसके स्वास्थ पर इसका प्रभाव पड़ता है, जिसके लिए एक डॉक्टर ही सही सलाह दे सकतें है.

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