स्टीम बाथ के फायदे चेहरे के साथ-साथ त्वचा के लिए भी हैं, ऐसी भाप पूरे शरीर को दी जाती है। एस आर्टिकल में हम चेहरे के निखार से लेकर वजन घटाने तक स्टीम बाथ के फायदे के बारे में जानेंगे। साथ ही इसकी प्रक्रिया क्या है इस बारे में आपको जानकारी मिलेगी।
[the_ad id=”6114″]
स्टीम बाथ क्या है?
स्टीम बाथ एक प्रकार का स्नान है। जिसमें एक कमरे में पानी को उबाल कर भाप पैदा की जाती है। एक कंप्रेस की मदद से फिर इसे एक कमरे में छोड़ा जाता है और व्यक्ति को उस कमरे में जा कर बैठना होता है। भाप के कारण व्यक्ति के पूरे शरीर पर पानी के भाप की बूंदें दिखाई देने लगती हैं, इसे ही स्टीम बाथ कहते हैं। स्टीम बाथ को लेने के लिए एक कमरा होता है, जिसे स्टीम रूम भी कहते हैं। अगर आप चाहें तो बाथरूम में भी स्टीम बाथ ले सकते हैं।
स्टीम बाथ के फायदे क्या हैं?
स्टीम बाथ के फायदे बहुत सारे हैं और आप इसे स्टीम रूम या सौना दोनों में से किसी में भी ले सकते हैं।
त्वचा के लिए
स्टीम रूम और सौना दोनों के कमरे गर्म होते हैं। कमरे की गर्माहट के कारण आपको पसीना आने लगता है। पसीना ज्यादा होने से आपके रोम छिद्र या त्वचा पर मौजूद पोर खुल जाते हैं। पोर खुलने से बाहरी त्वचा साफ हो जाती है। साथ ही पसीना आपके त्वचा की गंदगी और डेड स्किन को बाहर निकालता है, जिस कारण से एक्ने या पिंपल्स ठीक हो जाते हैं। लेकिन स्टीम रूम में स्टीम बाथ लेने से त्वचा के अंदर से टॉक्सिन निकल जाते हैं, जबकि सौना में ऐसा नहीं हो पाता है।
दिल रहता है तंदरुस्त
स्टीम बाथ लेने से कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम दुरुस्त रहता है। एक अध्ययन के मुताबिक नमी के कारण पैदा होने वाली गर्मी जो हम स्टीम रूम में लेते हैं। उससे हमारी खून की नसों में ब्लड फ्लो बढ़ता है। स्टीम बाथ लेने के दौरान हमारे ब्लड में मौजूद ऑक्सीजन हमारी कोशिकाओं तक अच्छी तरह से पहुंचता है। ब्लड फ्लो अच्छा होने के कारण हमारे शरीर या त्वचा में हुई टूट-फूट की मरम्मत तेजी से होती है। स्टीम बाथ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के साथ ही दिल को भी हेलदी रखता है।
जोड़ों की जकड़न को दूर करता है
स्टीम बाथ लेने से जोड़ों में होने वाली जकड़न ढीली होती है। अक्सर लोग स्टीम बाथ प्री वर्कआउट या वार्म अप के रूप में लेते हैं। जिससे जोड़ों में लचीलापन आता है और वर्कआउट करने में समस्या भी नहीं होती है।
वर्कआउट के बाद दे राहत
अक्सर वर्कआउट करने के बाद कई जगहों पर हल्का दर्द सा महसूस होता है। इस दर्द को डिलेड ऑनसेट मसल्स सोरनेस कहते हैं। एक स्टडी के मुताबिक अगर वर्कआउट के बाद स्टीम बाथ लिया जाता है तो मांसपेशियों में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
तनाव को कम करने में करे मदद
स्टीम बाथ लेने से शरीर में एंड्रोफिंस नामक हॉर्मोन स्रावित होता है। जिसे फील गुड हॉर्मोन भी कहते हैं। एंड्रोफिंस हॉर्मोन शरीर को तनाव मुक्त महसूस कराने में मदद करता है। इसके साथ ही कॉर्टिसोल हॉर्मोन भी शरीर मे स्रावित होता है। जिससे स्ट्रेस लेवल कम होता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं।
साइनस को खोलता है
स्टीम बाथ लेने से शरीर में मौजूद म्यूकस मेम्ब्रेन खुल जाती हैं। जिसका सीधा संबंध साइनस से होता है। साइनस खुलने से हम आराम से गहरी सांस ले सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको बंद नाक की समस्या होती है तो आपको बंद नाक से राहत मिलेगी।
Source: