जानिए धूप में जाने के फायदे !

सूरज की रोशनी से जितना भागेंगे उतना ही अस्वस्थ रहेंगे | सूरज की किरणों के बिना धरती पर जीवन की कल्पना करना नामुमकिन है | सूरज ऊर्जा के साथ साथ जीवन का भी स्रोत है | पेड़-पौधों के साथ साथ मनुष्य का अस्तित्व भी सूरज के बिना असंभव है | इस बात को बचपन में तो सबने पढ़ा था लेकिन शायद, अब हम इस सत्य को भूल चुके हैं |

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घंटों धूप में खेल कर जो खिलखिलाया करते थे, वे अब चार दीवारियों में कैद रहना समझदारी समझते हैं | जैसे जैसे दुनिया तरक्की कर रही है, वैसे वैसे हम ज़्यादा नाज़ुक और बीमार होते जा रहे हैं | चलिए आज हम बात करते हैं की किस प्रकार हमारा स्वास्थ्य सूरज की रोशनी पर निर्भर करता है | 

1. सूरज के पास है आपके बदन दर्द का इलाज

घंटों दफ़्तर में बैठना और काम करना ज़िन्दगी की ज़रूरत बन चुका है | ऐसे में बड़ी बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने की कोशिश करती हैं | पर दफ़्तर में बैठे सभी लोगों की एक समस्या है – बदन/जोड़ो का दर्द और  इसका कारण है ऑफिस की चार दीवारी और सूरज की रोशनी से बचे रहना | तो ज़रूरी है दोपहर में कुर्सी से उठकर बाहर धूप में एक चक्कर लगाकर आना |

2. हड्डियों रहेंगी मज़बूत

सूरज विटामिन डी का महत्वपूर्ण स्रोत है | मज़बूत हड्डियों के लिए कैल्शियम और फॉस्फोरस बेहद ज़रूरी है, और शरीर में इन दोनों की मात्रा विटामिन डी पर निर्भर करती है | विटामिन डी शरीर में इन दोनों को सोकने का काम करता है और तभी हमारी हड्डियां मज़बूत बनती हैं | बच्चों में कैल्शियम की कमी से रिकेट्स और बुज़ुर्गों को ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है |

3. दिमाग भी होगा तेज़

बहुत से शोध और अध्ययनों के अनुसार विटामिन डी हमारे दिमाग को मज़बूत रखने में भी मदद करता है | ऐसा देखा गया है कि शरीर में यदि विटामिन डी की कमी हो, तो उस व्यक्ति की एकाग्रता पर असर पड़ सकता है | शोध बताते हैं कि शरीर में विटामिन डी की कमी अल्झाइमर और डेमेन्शिआ जैसी दिमागी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ा देती है |

4. डिप्रेशन से रहेंगे दूर

2013 में हुए एक मेटा एनालिसिस में यह देखा गया था कि डिप्रेशन से जूज रहे लोगों में विटामिन डी का स्तर भी कम था | ऐसा देखा गया है कि विटामिन डी की कमी होने की वजह से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है |

5. अनिद्रा से मिलेगा छुटकारा

हमारी नींद में मेलाटोनिन हॉर्मोन सहायक होता है | इस हॉर्मोन का सक्रिय होना सूरज की रोशनी पर निर्भर करता है |  शोध बताते हैं कि रात की अच्छी और सुकून से भरी नींद के लिए दिन में सूरज की किरणों का आपके शरीर पर पड़ना मेलाटोनिन को सक्रिय रखने के लिए बेहद ज़रूरी है | तो यदि रात को चैन की नींद चाहते हैं तो ध्यान रखें की सूरज से दोस्ती करना भी आवश्यक है |

सूर्य के अलावा विटामिन डी के अन्य स्रोत भी हैं जैसे – बीन्स, एग्ग, बीफ, फिश, नट्स, डेरी प्रोडक्ट्स आदि | इसके अलावा विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी बज़ार में उपलब्ध हैं | विटामिन डी कई प्रकार के कैंसर होने का खतरा भी कम करता है,  पेट और पाचन से सम्बंधित बीमारियों की रोक धाम में भी यह सहायक है | वक्त रहते सूरज से डरना छोड़ देने में ही भलाई है |

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