कहते हैं की बिमारी कभी बता कर नहीं आती | अनुसंधानों के हिसाब से औरतों को रोगों का खतरा ज़्यादा होता है | कुछ रोग ऐसे हैं जिनसे आज औरतों का खुदको सुरक्षित रखना ज़रूरी है |
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चलिए इनके बारे में जानते हैं :
स्तन कैंसर
- हर 8 महिलाओं में से एक को स्तन कैंसर होने की संभावना होती है |
- इससे बचने के लिए सभी महिलाओं को नियमत रूप से अपने स्तन की जांच करनी चाहिए, ध्यान दें कि कहीं कोई गांठ तो नहीं है |
- रिप्रोडक्टिव उम्र में हर महिला को 2 – 3 साल बाद अल्ट्रा सोनो-मैमोग्राफी करवानी चाहिए |
सर्विकल कैंसर
- सर्विकल कैंसर गर्भाशय के सबसे निचले हिस्से में होता है |
- भारत में हर साल लगभग 10 लाख सर्विकल कैंसर के मामले सामने आते हैं , जिनमें से ज्यादातर 30 साल तक की औरतें हैं |
- पैप स्मीयर टेस्ट और एचपीवी का टीका लगवाने से आप इस कैंसर से खुद का बचाव कर सकती हैं |
- हर दो साल में गायनोकोलॉजिस्ट से जांच करवाई जानी चाहिए |
एनीमिया
- अगर आपको एनीमिया है , तो आपके खून में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी है|
- इसके अनेक कारण हो सकते हैं जैसे की – मासिक धर्म के दौरान भारी रक्त बहाव, आयरन और विटामिन बी12 की कमी , असम्पूर्ण आहार आदि|
- यदि आप आयरन और विटामिन बी12 युक्त भोजन खाएं , तो एनीमिया से छुटकारा पाया जा सकता है |
थाइरोइड
- थाइरोइड आपके गले के अंदर मौजूद एक ग्रंथि में खराभी आने की वजह से होता है |
- इसके दो प्रकार होते हैं – हाइपो थाइरोइड और हाइपर थाइरोइड |
- थाइरोइड को नियंत्रित रखने के लिए क्रूसीफेरस सब्ज़ियां ( गोभी, ब्रोक्कोली आदि ), कॉफ़ी, धूम्रपान का त्याग कर दें |
- व्यायाम या योग करें और अपनी दवाईयाँ समय पर लें |
पी सी ओ एस
- ये एक प्रकार की हार्मोनल बीमारी है जिसके कारण ओवरी का आकर बढ़ जाता है और उसके आस पास छोटी छोटी गाठें हो जाती हैं |
- इसका कारण अनुवांशिक या बदलता मौसम हो सकता है |
- इसका इलाज गर्भ निरोधक गोलियों और अन्य दवाईयों से किया जाता है |
- इस बीमारी के चलते, वज़न कम करना या उसपर नियंत्रण बनाए रखना बेहद आवश्यक है |
सभी महिलाओं से यह गुज़ारिश है की, थोड़ा ख्याल खुद का भी रखें
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